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दिल्ली यूनिवर्सिटी के चुनावों में बादल दलों के नशे पत्ते से नौजवान सतर्क रहे : सरना
दिल्ली यूनिवर्सिटी के चुनावों में बादल दलों के नशे पत्ते से नौजवान सतर्क रहे : सरना
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दिल्ली यूनिवर्सिटी के चुनावों में बादल दलों के नशे पत्ते से नौजवान सतर्क रहे : सरना
 नई दिल्ली, 3 सितम्बर : शिरोमणि अकाली दल दिल्ली के महासचिव हरविंदर सिंह सरना ने दिल्ली यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट्स चुनावों में शिरोमणि अकाली दल (बादल) का दिल्ली ईकाई की ओर से इन चुनावों में भाग लेने के किए गए ऐलान का कड़ा नोटिस लेते हुए दिल्ली नौजवानों को इनसे सतर्क रहने की अपील करते हुए कहा कि पहले इन नशीले पदार्थो के सौदागरों ने पूरे पंजाब के नौजवानों को नशेड़ी बनाया और अब इनकी ओर से कहावत दिल्ली के सिख नौजवानों को शिकार बनाया जाएगा, जिस से सतर्क रहने की सख्त जरूरत है।
  जारी एक ब्यान में सरना ने कहा कि उन्हें कोई ऐतराज नहीं है कि बादल दल इन चुनावों में हिस्सा ले, लेकिन वह तो सिर्फ दिल्ली के नौजवानों को सतर्क करना अपना फर्ज समझते है कि जिस तरह इन्होंने दिल्ली कमेटी के चुनावों में दारू व अन्य नशों के खुले गफ्फे बांटे थे, उसी तरह ही दिल्ली यूनिवर्सिटी के चुनावों में भी करने से गुरेज नहीं करेंगे। उन्होंनेकहा यह चिंता का विषय है कि आज पंजाब की 90 फीसदी से अधिक नौजवान बादल दलों ने नशेड़ी बना दिए है और वह जहां कोई कारोबार करने से आपाहिज हो गए है, वहीं वह नपुंसक भी बन चुके है। दिल्ली की संगत को भी उन्होंने सतर्क करते हुए कहा कि वह अपने बच्चों का पूरा ध्यान रखे और इन नशे के व्यापारयिों की किसी भी संस्था के अपने बच्चों को सदस्य न बनने दे।
 दिल्ली कमेटी के प्रबंधो तले चलती अलग-अलग शैक्षणिक संस्थाओं के मुखियों को भी उन्होंने अपील की कि वह दिल्ली कमेटी के प्रबंधकों के दबाव में किसी किस्म का स्टूडेंट्स पर दबाव न डाले और स्टूडेंट्स को पूरी आजादी से चुनावो में भाग लेने दे। उन्होंने कहा कि निजाम बदलते रहते है और चुनाव होते रहते है, लेकिन अध्यापक को किसी राजसी आगू वाला रोल निभाने की बजाय एक गुरु वाली ही भूमिका निभानी चाहिए।

 

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