श्रीनगर। कश्मीर के दक्षिणी इलाके से पिछले दो महीनों में 80 युवक कहां लापता हो गए, कुछ पता नहीं चल पा रहा है। पुलवामा, कुलगाम, शोपियां और अनंतनाग से 80 युवकों के गायब होने की खबर है। इनके आतंकी संगठनों में शामिल होने की आशंका है।
हिज्बुल और लश्कर में जा सकते हैं युवा
सुरक्षा एजेंसियों को मिली खुफिया सूचनाओं से यह संकेत मिले हैं कि गायब हुए युवक आतंकी संगठन हिज्बुल मुजाहिदीन और लश्कर ए तैयबा में शामिल होने के लिए गए हैं। बुरहानी वानी के मारे जाने के बाद शुरू हुए हिंसक प्रदर्शनों के दौरान सुरक्षा एजेंसियों को आतंकी संगठनों के रेडियो मैसेज से संकेत मिले कि लगभग 50-60 युवक हिज्बुल मुजाहिदीन और करीब 15-20 युवक लश्कर ए तैयबा में शामिल होने के लिए गए हैं।
इस बारे में अभी सुरक्षा एजेंसियों के पास पुख्ता सूचना नहीं कि कुछ स्पष्ट कहा जा सके। लेकिन वरिष्ठ अधिकारी यह बात स्वीकार करते हैं कि कश्मीर के ग्रामीण इलाकों में क्या स्थिति है, इस बारे में कम सूचनाएं हैं।
दक्षिणी कश्मीर के इलाकों में भेजे जा रहे हैं सुरक्षाबल
अधिकारियों का कहना है कि पुलिस और सुरक्षाबल का ध्यान कानून व्यवस्था बहाल करने की तरफ ज्यादा है इसलिए अभी खुफियों सूचनाओं पर काम नहीं किया जा सका है। अब ग्रामीण क्षेत्रों में भी सुरक्षाबलों को स्थिति का जायजा लेने के लिए फिर से भेजा जा रहा है।
दक्षिणी कश्मीर के गांव हैं आतंकियों का गढ़
दक्षिणी कश्मीर के ग्रामीण क्षेत्रों में आतंकियों का प्रभाव ज्यादा है। विरोध प्रदर्शनों में इन्हीं लोगों को उकसाकर हजारों की भीड़ जुटा ली जाती है। आतंकी बनने के लिए गायब हुए युवक इन्हीं इलाकों से हैं। इनमें ज्यादातर पुलवामा से हैं।
Source: hindi.oneindia.com