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बैन पर एनडीटीवी का बयान, इमरजेंसी के बाद ये पहली असाधारण घटना
बैन पर एनडीटीवी का बयान, इमरजेंसी के बाद ये पहली असाधारण घटना
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बैन पर एनडीटीवी का बयान, इमरजेंसी के बाद ये पहली असाधारण घटना
Oneindia | 4th Nov, 2016 03:51 AM
 

नई दिल्ली। केंद्रीय सूचना एंव प्रसारण मंत्रालय के एनडीटीवी पर दो दिन का बैन लागने का आदेश देने के बाद एनडीटीवी ने इस पर अपना पक्ष रखा है। एनडीटीवी ने अपने बयान में इमरजेंसी के बाद पहली बार प्रेस के लिए इस तरह के हालात की बात कही है।
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मंत्रालय से आदेश प्राप्त होने के बाद एनडीटीवी ने इस पर बयान जारी किया है। एनडीटी ने अपनी कवरेज को संतुलित बताते हुए फैसले पर हैरत जताई है। पढ़िए एनडीटीवी का बयान।
''सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय का आदेश प्राप्‍त हो चुका है। बेहद हैरानी की बात है कि एनडीटीवी को इस तरीके से चुना गया। हर चैनल और अखबार की कवरेज एक जैसी ही थी। वास्‍तविकता यह है कि एनडीटीवी की कवरेज विशेष रूप से संतुलित थी। आपातकाल के काले दिनों के बाद जब प्रेस को बेडि़यों से जकड़ दिया गया था, उसके बाद से एनडीटीवी पर इस तरह की कार्रवाई अपने आप में असाधारण घटना है। इसके मद्देनजर इस मामले में एनडीटीवी सभी विकल्‍पों पर विचार कर रहा है।''
पठानकोट हमले की कवरेज पर हुई कार्रवाई
आपको बता दें कि पठानकोट हमले के दौरान एनडीटीवी इंडिया की कवरेज पर सवाल उठाते हुए सूचना एंव प्रसारण मंत्रालय ने ये कार्रवाई की है। एनडीटीवी इंडिया पर नियमों को तोड़कर रिपोर्टिंग करने का आरोप था।
पठानकोट हमले के दौरान एनडीटीवी इंडिया ने एयरबेस में मौजूद हथियारों की जानकारी दी थी। जिस वक्त एयरबेस में ऑपरेशन चल रहा था तब चैनल ने अपनी रिपोर्ट में बताया था कि वहां हथियारों के अलावा एमआईजी, फाइटर प्लेन, रॉकेट लॉन्चर, मोर्टार, हेलीकॉप्टर और फ्यूल टैंक भी रखे हैं।
मंत्रालय की ओर गठित कमेटी ने माना कि ऐसी जानकारी सार्वजनिक करना देश की सुरक्षा से खिलवाड़ है। आतंकियों को निर्देश दे रहे लोग इस जानकारी का इस्तेमाल कर सकते थे। कमेटी ने कहा, 'इसका नुकसान न सिर्फ सेना को होता बल्कि वहां आस-पास रह रहे आम नागरिक भी मुसीबत में फंस सकते थे।'
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