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एक सिख खिलाड़ी दे रहा है पाकिस्तानी क्रिकेट पर दस्तक
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एक सिख खिलाड़ी दे रहा है पाकिस्तानी क्रिकेट पर दस्तक
Khabar India TV | 28th Dec, 2016 08:13 AM
पाकिस्तान क्रिकेट जगत में इन दिनों एक सिख खिलाड़ी का नाम ख़ूब चर्चा में है। पाक बोर्ड महिंदर पाल सिंह की तेज़ गेंदबाज़ी से इतना प्रभावित हुआ है कि उन्हें पाकिस्तान की तेज गेंदबाजों के शिविर में में चुन लिया। महिंदर पाल इस तरह पाकिस्तान के पहले सिख क्रिकेटर बन गए हैं। 21 साल के महिंदर को पाकिस्तान अपने भविष्य के रुप में देखता है। पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर मुदस्सर नजर और पीसीबी प्रमुख शहरयार खान महिंदर की प्रतिभा के कायल हैं। क्रिकेट के जानकारों को उम्मीद है कि जल्द ही महिंदर पाकिस्तान का प्रतिनिधित्व करने वाला पहला सिख बन सकता है। गौरतलब है कि इससे पहले हरचरण सिंह पाकिस्तान की आर्मी में शामिल पहले सिख बनकर दुनियाभर के मीडिया की सुर्ख़ियां बने थे। {img-88612} महिंदर से पहले भी ग़ैरमुसलमान पाकिस्तान टीम का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। इनमें यूसुफ योहाना, विकेटकीपर बल्लेबाज अनिल दलपत और स्पिन गेंदबाज दानिश कनेरिया के नाम शामिल हैं। {img-89366} योहाना ईसाई थे लेकिन बाद में इस्लाम कुबूल करने के बाद मोहम्मद यूसुफ हो गए थे। दलपत और कनेरिया हिंदू थे। {img-95740} महिंदर लाहौर के बाहर ननकाना साहिब में रहते हैं और पंजाब यूनिवर्सिटी में फार्मेसी के छात्र हैं। उन्होंने कहा कि शिविर के लिये चुना जाना उनके लिये गर्व की बात है। ये शिविर नवंबर में लगा था। पाल ने कहा, ‘देश में अन्य तेज गेंदबाजों की युवा प्रतिभा के साथ ट्रेनिंग का अनुभव शानदार था और हमने काफी कुछ सीखा लेकिन अब मेरा लक्ष्य प्रथम श्रेणी क्रिकेट खेलना है, मुझे क्रिकेट खेलना बहुत पसंद है।
महिंदर के पिता भी एक क्रिकेट खिलाड़ी, कहा बेटा सपना पूरा करेगा
महिंदर के पिता भी एक क्रिकेट खिलाड़ी रह चुके हैं और तेज गेंदबाजी ही किया करते थे। पिता ने कहा. 'मैं भी पहले प्रतिस्पर्धात्मक क्रिकेट खेलना चाहता था लेकिन यह ख्वाहिश पूरी नहीं हो सकी क्योंकि परिवार को व्यवसाय को ननकाना साहिब में स्थापित करना था लेकिन अब बेटा मेरे इस सपने को पूरा करेगा.' उनका परिवार आतंकवाद से प्रभावित खैबर एजेंसी से करीब 15 वर्ष पहले ननकाना साहिब शिफ्ट हो गया था। अकरम, वकार, शोएब हैं महिंदर के हीरो तेज़ गेंदबाज़ी में शोएब अख्तर, वसीम अकरम और वकार यूनुस महिंदर के हीरो हैं। यह पूछे जाने पर कि क्या पाकिस्तान में क्रिकेट खेलते हुए उन्हें किसी तरह के मतभेद का सामना करना पड़ा, उन्होंने कहा, नहीं, जब भी मैंने क्रिकेट खेला तो मेरी प्रतिभा और प्रदर्शन को ही देखा गया। मुल्तान के कैंप में मुझे फिटनेस के लिए मेहनत करने की सीख दी गई।
पाकिस्तान की ओर से खेले हिंदू क्रिकेटर दानिश कनेरिया का जिक्र करते हुए महिंदर ने कहा कि दानिश ने पाक के लिए उच्च स्तर पर क्रिकेट खेला जब वह हिंदू क्रिकेटर हो कर पाकिस्तान का प्रतिनिधित्व कर सकता है तो मैं ऐसा क्यों नहीं कर सकता। मैदान की जंग ही नही ज़मीनी जंग में भी रह चुके हैं पाकिस्तानी हिंदू इससे पहले पाकिस्तान सेना में शामिल पहले सिख बनने का श्रेय हरचरण सिंह ने हासिल किया था। दिलचस्प बात ये है कि हरचरण भी ननकाना साहिब के ही रहने वाले थे।
इसी साल बाघा बॉर्डर पर बीटिंग रिट्रीट में पाकिस्तान की ओर से एक सिख जवान को भी भाग लेते हुए उत्सुकता से देखा गया था। पाकिस्तान की तरफ से शामिल इस जवान का नाम अमरजीत सिंह है। अमरजीत गुरुनगरी ननकाना साहिब के रहने वाले हैं। अमरजीत 2009 से पाकिस्तान रेंजर्स में हैं।
पाकिस्तान में अपना नाम रोशन करने वालों में एक अन्य सिख पवन सिंह अरोड़ा का नाम भी शामिल हैं। पवन पाकिस्तानी थिएटर में शिरकत करने वाले पहले और इकलौते सिख है, वे वर्ष 2014 में इंडो-पाक थिएटर वर्कशाप में हिस्सा लेने पहुंचे थे।
महिंदर के पिता भी एक क्रिकेट खिलाड़ी, कहा बेटा सपना पूरा करेगा
महिंदर के पिता भी एक क्रिकेट खिलाड़ी रह चुके हैं और तेज गेंदबाजी ही किया करते थे। पिता ने कहा. 'मैं भी पहले प्रतिस्पर्धात्मक क्रिकेट खेलना चाहता था लेकिन यह ख्वाहिश पूरी नहीं हो सकी क्योंकि परिवार को व्यवसाय को ननकाना साहिब में स्थापित करना था लेकिन अब बेटा मेरे इस सपने को पूरा करेगा.' उनका परिवार आतंकवाद से प्रभावित खैबर एजेंसी से करीब 15 वर्ष पहले ननकाना साहिब शिफ्ट हो गया था। अकरम, वकार, शोएब हैं महिंदर के हीरो तेज़ गेंदबाज़ी में शोएब अख्तर, वसीम अकरम और वकार यूनुस महिंदर के हीरो हैं। यह पूछे जाने पर कि क्या पाकिस्तान में क्रिकेट खेलते हुए उन्हें किसी तरह के मतभेद का सामना करना पड़ा, उन्होंने कहा, नहीं, जब भी मैंने क्रिकेट खेला तो मेरी प्रतिभा और प्रदर्शन को ही देखा गया। मुल्तान के कैंप में मुझे फिटनेस के लिए मेहनत करने की सीख दी गई।
पाकिस्तान की ओर से खेले हिंदू क्रिकेटर दानिश कनेरिया का जिक्र करते हुए महिंदर ने कहा कि दानिश ने पाक के लिए उच्च स्तर पर क्रिकेट खेला जब वह हिंदू क्रिकेटर हो कर पाकिस्तान का प्रतिनिधित्व कर सकता है तो मैं ऐसा क्यों नहीं कर सकता। मैदान की जंग ही नही ज़मीनी जंग में भी रह चुके हैं पाकिस्तानी हिंदू इससे पहले पाकिस्तान सेना में शामिल पहले सिख बनने का श्रेय हरचरण सिंह ने हासिल किया था। दिलचस्प बात ये है कि हरचरण भी ननकाना साहिब के ही रहने वाले थे।
इसी साल बाघा बॉर्डर पर बीटिंग रिट्रीट में पाकिस्तान की ओर से एक सिख जवान को भी भाग लेते हुए उत्सुकता से देखा गया था। पाकिस्तान की तरफ से शामिल इस जवान का नाम अमरजीत सिंह है। अमरजीत गुरुनगरी ननकाना साहिब के रहने वाले हैं। अमरजीत 2009 से पाकिस्तान रेंजर्स में हैं।
पाकिस्तान में अपना नाम रोशन करने वालों में एक अन्य सिख पवन सिंह अरोड़ा का नाम भी शामिल हैं। पवन पाकिस्तानी थिएटर में शिरकत करने वाले पहले और इकलौते सिख है, वे वर्ष 2014 में इंडो-पाक थिएटर वर्कशाप में हिस्सा लेने पहुंचे थे।