ਕੈਟੇਗਰੀ

ਤੁਹਾਡੀ ਰਾਇ



ਖ਼ਬਰਾਂ
भाजपा नेता का आरोप, 25 लाख रुपये न देने पर काटा टिकट
भाजपा नेता का आरोप, 25 लाख रुपये न देने पर काटा टिकट
Page Visitors: 2439

वाराणसी: भाजपा नेता का आरोप, 25 लाख रुपये न देने पर काटा टिकट
एक बार फिर पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र में बीजेपी की मुश्किलें बढ़ गयी हैं। इस बार अब तक शांत रोहिनिया विधानसभा क्षेत्र में भी बीजेपी नेताओं के टिकट को लेकर विरोध की आवाज उठ रही है।
वाराणसी। एक बार फिर पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र में बीजेपी की मुश्किलें बढ़ गयी हैं। इस बार अब तक शांत रोहिनिया विधानसभा क्षेत्र में भी बीजेपी नेताओं के टिकट को लेकर विरोध की आवाज उठ रही है। लेकिन इस बार विरोध करने वाले नेता ने टिकट न मिलने की वजह रुपये का लेनदेन बताया है। उन्होंने भाजपा के नेता पर टिकट के बदले 25 लाख रुपये न देने का आरोप लगाया है। गौरतलब है कि बीजेपी ने वाराणसी के इस सीट पर सुरेंद्र सिंह ओढ़े को टिकट दिया है।
क्या है विवाद?
 दरअसल, भारतीय जनता युवा मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष मनीष कुमार सिंह ने भाजपा के प्रदेश सह प्रभारी सुनील ओझा पर आरोप लगाया है कि ओझा ने उनसे रोहनिया सीट के लिए टिकट देने के बदले 25 लाख रुपये की मांग की थी। मनीष का ये भी कहना है कि उन्हें रोहनिया सीट से चुनाव लड़ाने की बात की गयी थी। बताया गया कि सुनील ओझा ने नवंबर में ही उनसे प्रत्यक्ष तौर पर रुपये की मांग की थी। वहीं, मनीष का कहना है कि इतनी बड़ी रकम न देने के चलते उन्हें टिकट नहीं दिया गया।
   वाराणसी: भाजपा नेता का आरोप, 25 लाख रुपये न देने पर काटा टिकट
क्या कहा बीजेपी ने?
वहीं, भाजयुमो के प्रदेश उपाध्यक्ष मनीष कुमार सिंह के आरोप पर बीजेपी के काशी क्षेत्र के अध्यक्ष लक्ष्मण आचार्य का कहना है कि आरोप निराधार है और बीजेपी में एक व्यवस्था और प्रक्रिया के तहत प्रत्याशियों का चयन होता है। किसी एक व्यक्ति की विचारधारा से पार्टी की प्रक्रिया नहीं बदली जाती है। वहीं, मनीष कुमार का दावा है कि उनके पास ऑडियो क्लिप भी है जिसे वो उचित समय पर ही पेश करेंगे।
 यही नहीं, मनीष अब निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर रोहनिया सीट से चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं।

 

©2012 & Designed by: Real Virtual Technologies
Disclaimer: thekhalsa.org does not necessarily endorse the views and opinions voiced in the news / articles / audios / videos or any other contents published on www.thekhalsa.org and cannot be held responsible for their views.